काल चक्र परिवर्तन का सन्देश दिखाने लाया हूँ,

जन्माधारित वर्णव्यवस्था का मैं खण्डन लाया हूँ,

नेता बनके समाज का जिसने समाज को लूटा है,

उन नेताओं के चेहरे  का, नकाब हटाने आया हूँ ।

शोषण मुक्त समाज बने इसलिए जगाने आया हूँ। ।

बदलते भारत में एकता का पैगाम सुनानेआया हूँ,

अधर्म की ठेकेदारी का, आज विखण्डन लाया हूँ,

इस ठेकेदारी ने, हर समाज को गलत ही कूता है,

सुध खोई मानवता जागे, हाँ उसे उठाने आया हूँ।

शोषण मुक्त समाज बने इसलिए जगाने आया हूँ। ।

कबूतरों की पहरे दारी से, मैं बाज़ हटाने आया हूँ,

समरसता की धार बहे हर मस्तक चन्दन लाया हूँ,

मद्यपान विषश्रृंखला ने जमकर समाज को लूटा है,

राष्ट्रवाद का नशा चढ़े , धूम्रपान मिटाने आया हूँ।

शोषण मुक्त समाज बने इसलिए जगाने आया हूँ । ।

दहेजप्रथा और बालश्रम का जहर जलाने आया हूँ,

इन दोनों के निवारण कारण ही तो वन्दन लाया हूँ,

दोनों कुरीतियों के, कारण कइयों का दिल टूटा है,

किसीके अरमाँ मतकुचलो हाँ यही बताने आया हूँ।

शोषण मुक्त समाज बने इसलिए जगाने आया हूँ । ।

जाति के भेदभाव तज दो अब दर्पसुलाने आया हूँ,

आदर्श गढ़ो व साथ चलो सबका मण्डन लाया हूँ,

गैर जिम्मेदार हरकतों से सम्बन्ध मूल्य से छूटा है,

उन सभी भ्रष्ट गद्दारों को आइना दिखाने आया हूँ।

शोषण मुक्त समाज बने इसलिए जगाने आया हूँ। ।

तुम साथचलो हम साथचलें ये बोझउठाने आया हूँ,

कुचले सामाजिक तत्वों का लेकर क्रन्दन आया हूँ,

वर्षों के शोषण खिलाफ, शोषितों में गुस्सा फूटा है,

उस तेवर की ऊर्जा को, सद् मार्ग सुझाने आया हूँ।

शोषण मुक्त समाज बने इसलिए जगाने आया हूँ । ।

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