अनुलोम विलोम प्राणायाम
अनुलोम विलोम प्राणायाम एक ऐसा प्राणायाम है जो खाना खाने के बाद भी किया जा सकता है। यह एक श्वाँस लेने की तकनीकी है जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है। इससे तनाव कम होता है अवसाद दूर होता है। फेफड़ों को मज़बूती मिलती है हृदय और पाचन तन्त्र भी शसक्त होता है।
अनुलोम विलोम प्राणायाम के लाभ –
01 – तनाव और चिन्ता में कमी
02 – हृदय को उत्तम स्वास्थ्य
03 – पाचन तन्त्र की मज़बूती
04 – फेफड़ों का सशक्तीकरण
05 – मानसिक स्वास्थ्य में सुधार
06 – गुणवत्ता युक्त नींद
07 – त्वचा का स्वास्थ्य
08 – श्वसन सम्बन्धी बीमारियों से निज़ात
09 – सर दर्द और माइग्रेन से राहत
10 – प्रतिरक्षा तन्त्र का सशक्तीकरण ( इम्युनिटी को बढ़ावा)
11 – ऊर्जा स्तर में वृद्धि
अनुलोम विलोम करने की विधि –
1 – आराम से आलथी पालथी मारकर बैठें
2 – रीढ़ की हड्डी सीधी करके बैठें
3 – एक नाक से पूरी श्वाँस लें और दूसरी से छोड़ दें फिर इसके विपरीत क्रिया करें।
4 – गर्मी में बाईं और जाड़ों में दाईं से शुरू करें
5 – मष्तिष्क के दोनों गोलार्ध में स्वास्थय सुधार को महसूस करें।