[उच्च शिक्षा के उद्देश्य]
अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के पश्चात अपने सपने, अपने उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हम उच्च शिक्षा से जुड़ते हैं। यह शुद्ध ज्ञानात्मक शिक्षा या कोई प्रशिक्षण या तकनीकी शिक्षा हो सकती है। व्यक्ति की स्वशिक्षा के उद्देश्य उसमें निहित होते हैं और ठीक इसी तरह उच्च शिक्षा के अपने कुछ उद्देश्य हैं इन उद्देश्यों को हम इस प्रकार वर्गीकृत कर सकते हैं।
[A] – व्यक्तिगत बौद्धिक और नैसर्गिक विकास / Personal intellectual and emotional development
(i) – विश्लेषणात्मक चिन्तन /Analytical thinking
(ii) – ज्ञान अधिगमन / Knowledge acquisition
(iii) – जीवन पर्यन्त अधिगम / Lifelong learning
(iv) – व्यक्तिगत क्षमता वृद्धि / Personal capability enhancement
(v) – चारित्रिक विकास / Character development –
[B] – सामाजिक पेशेवर योगदान / Social professional contribution –
(i) – सामाजिक कौशल विकास / Social skills development
(ii) – क्षेत्रीय आर्थिक विकास / Regional economic development
(iii) – सामाजिक क्षमता अभिवृद्धि / Social capacity enhancement
(iv) – वृहत विकास में योगदान / Contribution to macro development
(v) – सांस्कृतिक जागरूकता / Cultural awareness
[C] –स्व परिक्षेत्र में विशिष्ट उद्देश्य / Specific objective in self domain
(i) – विज्ञान व तकनीकी परिक्षेत्र / Science and Technology Zone
(ii) – मानविकी परिक्षेत्र / Humanities Zone
(iii) – पेशेवर परिक्षेत्र / Professional Zone