न्यादर्श
जिस चराचर जगत में मानव रहता है उसमें उस जैसे जीवों की संख्या अरबों खरबों में है। जिस क्षेत्र पर शोध कार्य सम्पन्न किया जाना होता है उसमेंसभी से आंकड़े एकत्रित करना न तर्क संगत है और न व्यावहारिक। जिस तरह भगौने में बनाने वाले चावलों में से एक निकालकर सम्पूर्ण के पकने का अहसास हो जाता है यहाँ एक चावल प्रतिनिधिकारी शक्ति के रूप में कार्य करता है लेकिन मानव चेतन है और प्रत्येक मानव के कार्य व्यवहार सोचने का ढंग पृथक पृथक होता है इसीलिये सम्पूर्ण जनसंख्या में से शोध हेतु प्रतिनिधिकारी संख्या की आवश्यकता होती है उस निश्चित जनसंख्या (Papulation) को ही न्यादर्श (Sample)कहते हैं। मानविकी या सामाजिक शोध कार्यों में न्यादर्श बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। विज्ञान विषयों के परिक्षेत्र में न्यादर्श चयन की समस्या नहीं होती यद्यपि न्यादर्श वहां भी प्रयोग किया जाता है।
न्यादर्श की परिभाषा / Definition of Sampling –
विविध विद्वानों ने इसे विविध प्रकार से पारिभाषित किया है प्रस्तुत हैं कुछ परिभाषाएं –
गुड व हैट महोदय के अनुसार –
” एक निदर्शन जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि विशाल समग्र का एक छोटा प्रतिनिधि है। “
“A Sample, as the name implies, is a smaller representation of a larger whole,”
Goode & Hatt, Methods in Social Research, p-209
कुछ इसी तरह के भाव सिन पाओ येंग ने भी प्रस्तत किये हैं –
“एक सांख्यिकीय निदर्शन, सम्पूर्ण समूह का प्रतिनिधि अंश है।“
“A statistical sample is a cross -section of the entire group.”
Hsin Pao Yang, Fact Finding with Rural People, p 35
बोगार्डस महोदय के अनुसार
” निदर्शन किसी पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार इकाइयों के समूह में से एक निश्चित प्रतिशत को चयन करना है। “
” Sampling is the selection of certain percentage of a group of items according to a pre determined plans.”
Bogards, Sociology, p 548
एक अन्य विद्वान् पी ० वी ० यंग के अनुसार –
“एक सांख्यिकीय निदर्शन उस सम्पूर्ण समूह अथवा योग का एक लघु चित्र अथवा प्रतिनिधि अंश है जिसमें से वह निदर्शन लिया गया है। “
“A statistical sample is a miniature picture or cross section of the entire group of aggregate from which the sample taken.”
Scientific Social Survey and Research, p 302
न्यादर्श के चयन की आवश्यकता क्यों ?
/ Why is there a need for sample selection?
01 – समग्र का प्रतिनिधित्व / Representation of the whole
02 – समाज के समुचित निर्देशन हेतु / For proper direction of society
03 – मितव्ययी प्राविधि / Economical method
04 – कुशल समय प्रबन्धन सम्भव / Efficient time management is possible
05 – सम्पूर्ण जनसंख्या का अध्ययन सम्भव / Study of entire population is possible
06 – गहन शुद्धतम जानकारी सम्भव /Deepest and most accurate information possible
07 – असम्भव परिक्षेत्र का अध्ययन सम्भव / Studying the impossible area is possible
न्यादर्श की परिसीमाएं / limitations of sampling –
01 – पूर्वधारणा का प्रभाव / Effect of prejudice
02 – पक्षपात की सम्भावना / Possibility of bias
03 – पूर्ण जनसँख्या का प्रतिनिधित्व दुष्कर / Difficult to represent the entire population
04 – योग्य कार्यकर्त्ता अभाव / Lack of qualified workers
05 – प्रयोज्य की गाम्भीर्य हीनता / Serious lack of usability
06 – यादृच्छिक तकनीक सर्वोत्तम तो नहीं / Random technique is not the best
उक्त सम्पूर्ण विवेचन न्यादर्श के बारे में बताने में सक्षम है लेकिन इसके बारे में विस्तार से जानना शोधार्थियों और उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों हेतु आवश्यक है न्यादर्श के प्रारूप पर आगे विचार कर आपके समक्ष रखने का प्रयास किया जाएगा .