बहुत गम सह चुका हूँ मैं कि अब रोने की इच्छा है।
बहुत कुछ पा चुका हूँ मैं किअब खोने की इच्छा है।1।
बहु पाप कर चुका हूँ मैं कि अब धोने की इच्छा है।
बहुत सा जग चुका हूँ मैं कि अब सोने की इच्छा है।2।
बहु ताप सह चुका हूँ मैं कि शान्त होने की इच्छा है।
बहु व्यस्त रह चुका हूँ मैं प्रभु लय होने की इच्छा है।3।
बहुत सा थक चुका हूँ मैं प्रभु में खोने की इच्छा है।
बहु भाँति जम चुका हूँ मैं कि जड़ होने की इच्छा है।4।
दैहिक तो सह चुका हूँ मैं प्रभु घर होने की इच्छा है।
अनाथ तो रह चुका हूँ मैं प्रभु नाथ होने की इच्छा है ।5।