किसी भी देश का उत्थान और पतन उस देश की सोच पर निर्भर करता है लेकिन कुछ भटके और विकृत मानसिकता वाले लोग देश और देश के संसाधनों को अपूरणीय क्षति पहुँचाना चाहते हैं ऐसी स्थिति में सजग मस्तिष्क और देश से सच्चे प्रेम की नितान्त आवश्यकता है हमें राष्ट्रवाद का सच्चा प्रहरी बनाना ही होगा.