यमराज यहाँ पर घूम रहे हैं,
सूक्ष्म अवतार में झूम रहे हैं,
नाम नया है हाँ काम वही है,
कोरोना रूप धर कूद रहे हैं ।1।
रहिमन जो बाहर घूम रहे हैं,
स्वास्थ्य नियम वो सूँघ रहे हैं,
काम नया है, हाँ धाम वही है,
घर रहके न्यूज़ हर चूम रहे हैं ।2।
चाइना के वायरस घूम रहे हैं,
हर अवसर को वो सूँघ रहे हैं,
मास्क लगा है,हाँ नाम वही है,
रक्त बीज सभी को घूर रहे हैं ।3।
धोकर के हाथ सब घूम रहे हैं,
अब धर्म, अर्थ को ढूँढ रहे हैं,
हाथ जुड़ा है, हाँ नमन वही है,
बढ़ा करके दूरियाँ घूम रहे हैं ।4।
बस कुछ परदेशी शूल रहे हैं,
जो नवीन शवों की गूल रहे हैं,
हाथ धुला है, हाँ भीड़ नही है,
करम घर रह अब पूर्ण करे हैं ।5।
अब जो भी मर्यादा भूल रहे हैं,
यम पाश, उसी को ढूँढ रहे हैं,
भू क्षेत्र बड़ा है, हाँ बुरी घड़ी है,
राष्ट्र द्रोही, कोरोना थूक रहे हैं ।6।