किसी भी देश का उत्थान और पतन उस देश के चिन्तन से प्रत्यक्षतः प्रभावित होता है लेकिन चिन्तन की दिशा राष्ट्रवादी करने के लिए कुछ सिद्धान्तों ,मर्यादाओं ,परम्पराओं ,स्तिथियों को ख़ास प्रकार का रहने की आवश्यकता परिलक्षित होती है प्रस्तुत हैं सन्दर्भित भावनाएँ :-