डॉ ० राधा कृष्णन

(05/ 9 /1888 – 17 /04/ 1995)

डॉ राधा कृष्णन सम्बन्धी सामान्य विविध तथ्य

अध्ययन स्थल -स्कूली शिक्षा बेल्लोर

                    उच्च शिक्षा –मद्रास

विविध कृतियाँ

1 – The Ethics of Vedant Philosophy- 1908

2 – The Essential of Philosophy -1911

3 – The Philosophy of Rabindr Nath Tagore – 1918

4 – Indian Philosophy (first) -1923

5 – The Hindu view of Life -1926

6 –  Indian Philosophy (Second) -1927

7 – The Religion we need -1928

8 – East and West -1955

9 – Recovery of Ved – 1956

मृत्यु उपरान्त प्रकाशित ग्रन्थ 

1 – Living with Purpose

2 – True Knowledge

कुल 44 ग्रन्थ और 15 व्याख्यान संग्रह प्रकाशित हैं।

कार्य वृत्त

मद्रास प्रेसीडेन्सी कॉलेज में प्राध्यापक

आन्ध्र विश्व विद्यालय में दर्शन शास्त्र प्रोफेसर

1929 में ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में – ‘तुलनात्मक धर्म ‘ पर व्याख्यान

1931 में आन्ध्र विश्व विद्यालय के उपकुलपति

1931 में ही महामना मदन मोहन मालवीय ने इन्हे बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय के कुलपति के रूप में  नियुक्त किया।

1948 – 49 में विश्व विद्यालय आयोग के अध्यक्ष

1949 में सोवियत रूस में भारत के राजदूत

1952 – भारत के उप राष्ट्रपति

1962 – 67  भारत के राष्ट्रपति

1967 में भारत रत्न की उपाधि

भाषा, धर्म, दर्शन, साहित्य, समाज राष्ट्र की सेवा में रत सरस्वती पुत्र शिक्षक का देहावसान -17अप्रैल  1995 

शैक्षिक चिन्तन (Educational Thought)

प्रथम पुस्तक शिक्षा से सम्बन्धित – EDUCATION, POLITICS AND WALR -1944

शिक्षा के उद्देश्य

1 – शारीरिक विकास

2 – मानसिक तथा बौद्धिक विकास

3 – चारित्रिक व नैतिक विकास

4 – यथोचित व्यक्तित्व निर्माण

5 – राष्ट्रवाद पोषण – गोखले, तिलक, गाँधी, विवेकानन्द

6 – विश्व कल्याण

7 – आध्यात्मिक उत्कर्ष

शिक्षा के अंगों पर आपका दृष्टिकोण 

1 – पाठ्यचर्या

2 – शिक्षण विधि

3 – अध्यापक

4 – शिक्षार्थी

5 – अनुशासन

विविध

1 -स्त्री शिक्षा

2 – व्यावसायिक शिक्षा

3 – जन शिक्षा

विद्यालयनीर क्षीर विवेक जाग्रति स्थल

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