LEARNING : CONCEPT, FACTOR INFLUENSING LEARNING
सीखना: अवधारणा, सीखने को प्रभावित करने वाले कारक
अधिगम या सीखना ही वह जादुई शब्द है जो हमें मानवों की पंक्ति में खड़ा करता है सभी मानव जीवन में नित्य नये अनुभवों को अधिगमित कर व्यवहार में लाते हैं अनुभव, शब्दावली, व्यवहार सभी में नित्य संशोधन और प्रगति की यह यात्रा ही अधिगम है यह केवल पुस्तकें एक निर्धारित समयावधि में हमें नहीं सिखातीं बल्कि हम जीवन पर्यन्त इस मानसिक प्रक्रिया का आनन्द उठाते हैं।
अधिगम या सीखना एक जन्मजात प्रक्रिया है सीखना अनुभवजन्य है विविध विचारकों ने अधिगम या सीखने को इस प्रकार पारिभाषित किया गया है कुछ परिभाषाएं इस प्रकार हैं –
गेट्स व अन्य
“अनुभव के द्वारा व्यवहार में होने वाले परिवर्तन को सीखना या अधिगम कहते हैं।” –
“Learning is the modification of behaviour through experiences,” 1946,p 318
किंग्सले एवं गैरी
“अभ्यास अथवा प्रशिक्षण के फलस्वरूप नवीन तरीके से व्यवहार करने अथवा व्यवहार में परिवर्तन लाने की प्रक्रिया को सीखना कहते हैं । “
“Learning is the process by which behaviour is originated or changed through practice and training.” 1957, p.12
मॉर्गन व गिल्लीलैंड के अनुसार –
“Learning is some modification in the behaviour of the organism as a result of experience which is retained for at least a certain period of time.”
“सीखना अनुभव के परिणामस्वरूप जीव के व्यवहार में कुछ संशोधन है जो कम से कम एक निश्चित अवधि तक बरकरार रहता है।”
क्रो व क्रो के अनुसार –
“सीखना आदतों,ज्ञान और अभिवृत्तियों का अर्जन है। इसमें कार्यों को करने के नवीन तरीके सम्मिलित हैं और इसकी शुरुवात व्यक्ति द्वारा किसी भी बाधा को दूर करने अथवा नवीन परिस्थितियों में अपने समायोजन को लेकर होती है। इसके माध्यम से व्यवहार में उत्तरोत्तर परिवर्त्तन होता रहता है यह व्यक्ति को अपने अभिप्राय अथवा लक्ष्य को पाने में समर्थ बनाती है। “
“Learning is the acquisition of habits, knowledge and attitudes, it involves new ways of doing things, and it operates in an individual’s attempts to overcome obstacles or to adjust to new situations. It represents progressive change in behaviour…… It enables him to satisfy interests or to attain goals.” 1973. p.225
FACTOR INFLUENSING LEARNING / सीखने को प्रभावित करने वाले कारक –
अधिगम को प्रभावित करने वाले कारकों पर यदि यथार्थ चिन्तन, मन्थन किया जाए तो अत्याधिक विस्तार में जाने की आवश्यकता महसूस होगी। हम यहाँ स्नातक व स्नातकोत्तर के दृष्टिकोण से व भारतीय परिवेश के उच्च शिक्षा स्तर के अधिगम प्रभावी कारकों का अध्ययन करेंगे। उच्च शिक्षा की संस्थाएं जो अस्तित्व में हैं उनमें लगभग 80 % स्ववित्त पोषित संस्थान हैं और 20 % सरकारी। इन्हें सरकारी प्रशासनिक व्यवस्था के साथ व्यक्तिगत प्रबन्धन के द्वारा चलाया जाता है। ऐसी स्थिति में निम्न पाँच महत्त्वपूर्ण कारक अधिगम को प्रभावित करने वाले नज़र आते हैं साथ ही अन्य विविध तत्वों पर भी विचार करना होगा –
01 – प्रबन्धन व विश्वविद्यालय से सम्बन्धित कारक / Factors related to management and university
02 – अधिगमार्थी सम्बन्धित कारक / Learner related factors
03 – शिक्षक सम्बन्धी कारक / Teacher related factors
04 – पाठ्यक्रम सम्बन्धी कारक / Curriculam related factors
05 – प्रक्रिया से सम्बन्धित कारक / Process related factors
01 – प्रबन्धन व विश्वविद्यालय से सम्बन्धित कारक / Factors related to management and university
(A) – महाविद्यालय प्रबन्धन का अधिगम पर प्रभाव
(B) – विश्वविद्यालय का अधिगम पर प्रभाव
02 – अधिगमार्थी सम्बन्धित कारक / Learner related factors –
यहाँ दृष्टिकोण व विद्यार्थी की विविध क्षमताएं सीधे सीधे अधिगम पर प्रभाव डालते हैं
(A) – मानसिक स्वास्थय / Mental health
(B) – शारीरिक स्वास्थय / Physical health
(C) – मूलभूत क्षमता / Basic capability
(D) – अभिप्रेरणा स्तर / Motivation level
(E) – सकारात्मक दृष्टिकोण / Positive attitude
(F) – दृढ़ इच्छा शक्ति / Strong will power
(G) – महत्वाकांक्षा / Ambition
03 – शिक्षक सम्बन्धी कारक / Teacher related factors
(A) – व्यक्तित्व / Personality
(B) – शिक्षण कला / Pedagogy
(C) – शिक्षण कौशल / Teaching skills
(D) – शिक्षण सूत्र / Teaching formula
(E) – मानसिक स्वास्थय / Mental health
(F) – समायोजन स्तर / Adjustment level
04 – पाठ्यक्रम सम्बन्धी कारक / Curriculam related factors –
(A) – यथार्थ धरातल आधारित पाठ्यक्रम / real ground based curriculum
(B) – व्यावहारिक प्रस्तुति योग्यता / Practical presentation ability
(C) – प्रभावपूर्ण पाठ्यवस्तु आयोजन / Effective curriculum planning
05 – प्रक्रिया से सम्बन्धित कारक / Process related factors
(A) – परिस्थिति / Situation.
(B) – वातावरण / Environment
(C) – संसाधन / Resources
अन्य विविध कारक / Other miscellaneous factors –
(A) – स्मरण / Remembrance
(B) – विस्मरण / Oblivion / Forgetting
(C) – थकान / Fatigue
(D) – ध्यान केन्द्रीयकरण / Concentration of attention
(E) – अभिप्रेरणा नियोजन /motivation planning
कैली महोदय के अनुसार –
“अभिप्रेरणा, अधिगम प्रक्रिया के उचित व्यवस्थापन में केन्द्रीय कारक होता है। किसी प्रकार की भी अभिप्रेरणा सभी प्रकार के अधिगम में अवश्य उपस्थित रहनी चाहिए।”
आंग्ल अनुवाद –
“Motivation is a central factor in the proper organization of the learning process. Motivation of any kind must be present in all types of learning.”