देश का गौरव है हमसे
अब राष्ट्र का धर्म निभाना है।
कुछ भी गलती ना हो हमसे
भारत का मान बढ़ाना है।
गणतन्त्र दिवस कहता हमसे
एक सूरज नया उगाना है ।1।
आगत छीना नशे ने हमसे
भारत से विषपान भगाना है।
सेहत गढ़ने में भ्रम ना हो हमसे
शरीर सौष्ठव भाव जगाना है।
गणतन्त्र दिवस कहता हमसे
एक सूरज नया उगाना है ।2।
प्राची लाली बोली हमसे
राष्ट्रवाद का भाव जगाना है।
आतंक वाद मिटे जड़ से
ऐसा करतब दिखलाना है।
गणतन्त्र दिवस कहता हमसे
एक सूरज नया उगाना है ।3।
अधिगम ज्योति जले हमसे
और पाठ ये हमें पढ़ाना है।
प्रेम रसधार बहे हमसे
विश्व बन्धुत्व बढ़ाना है।
गणतन्त्र दिवस कहता हमसे
एक सूरज नया उगाना है ।4।
कमजोरी नहीं छूटे हमसे
भारत को सशक्त बनाना है।
हम अपना कार्य करें मन से
कहीं दूर न हमको जाना है।
गणतन्त्र दिवस कहता हमसे
एक सूरज नया उगाना है ।5।
सबमें समता मानें मन से
ममता का पाठ पढ़ाना है।
दुर्बलता छोड़ो सब खुद से
मानस को बड़ा बनाना है।
गणतन्त्र दिवस कहता हमसे
एक सूरज नया उगाना है ।6।