संवाद दृढ़ सङ्कल्प का आधार होना चाहिए।।

इक दूजे को समझने का व्यवहार होना चाहिए,

सौहाद्र हित आश्वस्त हो लोकाचार होना चाहिए,

व्यवहार को दुर्व्यवहार बना देते हैं कई लोग,

सबके ही द्वारा प्रेम का प्रसार होना चाहिए।

संवाद दृढ़ सङ्कल्प का आधार होना चाहिए।।  

समाज में सद्भाव की रसधार होना चाहिए।

क्रोध भय आवेग का न व्यवहार होना चाहिए

तनाव व अवसाद बढ़ा देते हैं कई लोग

सबके द्वारा प्रेरणात्मक सब कार्य होना चाहिए

संवाद दृढ़ सङ्कल्प का आधार होना चाहिए।।

 घमण्ड व पूर्वाग्रह का अवसान होना चाहिए,

परिवेश में संस्कृति का संस्कार होना चाहिए,

भारतीय संस्कृति को क्षय कराते हैं कई लोग,

सबका विशिष्ट आचार व्यवहार होना चाहिए। 

संवाद दृढ़ सङ्कल्प का आधार होना चाहिए।।

देहभाषा, अभिव्यक्ति मिलनसार होना चाहिए,

मुख मुद्रा हावभाव से प्रेम सञ्चार होना चाहिए,

कर्मकाण्ड में आडम्बर बढ़ा देते हैं कई लोग,

अनुभव आधारित प्रशंसित व्यवहार होना चाहिए।

संवाद दृढ़ सङ्कल्प का आधार होना चाहिए।। 

शब्द की प्रबल शक्ति  सृजनहार होना चाहिए,

आक्रमणकारी विध्वंसक न आचार होना चाहिए

विध्वंसात्मक का माहौल बना देते हैं कई लोग

हम सबका सृजनात्मक व्यवहार होना चाहिए।

संवाद दृढ़ सङ्कल्प का आधार होना चाहिए।।  

Share: